योग के शैझिक पाठ्यक्रम में शामिल करने लाभ, प्रतिदिन योग के फायदे शरीर की कैलोरीज सही तरह से खत्म नहीं हो पाती इस कारण कई
आज के समय में टेक्नोलॉजी ने लोगो के कई काम आसान कर दिए है जिसकी वजह से हामरे शरीर में आलास भर गया है। शरीर की कैलोरीज सही तरह से खत्म नहीं हो पाती इस कारण कई प्रकार की बीमारिया देखने को मिलती इन सभी चीजों से छुटकारा पाने का तरीका है योग, जी हा प्रतिदिन योग करके आप अपने शरीर को स्वस्त बना सकते है और इसके लिए आपको प्रतिदिन बस 1 घंटा निकलने की जरूरत है। आईये समझते है योग के फायदे विस्तार से।
प्रतिदिन योग करने से हमारी कैलोरीज बर्न होती है। जिससे शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा फैट कम होने लगता है। एक्स्ट्रा फैट हमारे शरीर को मोटा करता है और शरीर को आलसी बनता है और यही मोटापा कई बीमारियों की जड़ होता है
प्रतिदिन योग करने से शरीर में फुर्ती आती है। हमारे शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरह से होता है और शरीर स्वस्त और तंदरुस्त बना रहता है जिससे हमारे ह्रदये पर ज्यादा जोर नहीं पड़ता और हम कई प्रकार की बीमारियों जैसे हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज एवं हार्ट अटैक आदि से बचे रहते है।
प्रतिदिन योग का अभ्यास करने से आप मानसिक और शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि, सतर्कता और उत्साह में वृद्धि और सकारात्मक भावनाओं को महसूस कर सकते हैं। योग आपके शरीर में ऊर्जा का संचार करता है और शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, वैज्ञानिक सबूत बताते हैं कि योग तनाव प्रबंधन, मानसिक स्वास्थ्य, स्वस्थ भोजन, वजन घटाने और गुणवत्ता वाली नींद का समर्थन करता है। प्रतिदिन योग अभ्यास करने से मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है जिससे हामरे सोचने और कार्य करने की क्षमता में विकास होता है और हम जीवन में नयी बुलंदियों को प्राप्त करते है।
प्रतिदिन योग करने से आपको हड्डियों के दर्द , पीठ दर्द से छुटकारा मिल सकता है। कई प्रकार के व्यायाम होते जो आपके जोड़ो के दर्द को दूर कर सकते है जैसे भुजंगासन आदि।
हर बार जब आप योग का अभ्यास करते हैं, तो आप अपने जोड़ों को उनकी पूरी गति के माध्यम से ले जाते हैं। यह अपक्षयी गठिया को रोकने या उपास्थि के "निचोड़ने और भिगोने" वाले क्षेत्रों द्वारा विकलांगता को कम करने में मदद कर सकता है जो आमतौर पर उपयोग नहीं किए जाते हैं। संयुक्त उपास्थि एक स्पंज की तरह है; यह तभी ताजा पोषक तत्व प्राप्त करता है जब इसका द्रव निचोड़ा जाता है और एक नई आपूर्ति को भिगोया जा सकता है। उचित भरण-पोषण के बिना, उपास्थि के उपेक्षित क्षेत्र अंततः खराब हो सकते हैं, जिससे अंतर्निहित हड्डी जैसे घिसे-पिटे ब्रेक पैड उजागर हो जाते हैं।
योग से खून का दौरा ( blood flow) बेहतर होता है। बेहतर खून के दौरे से आपकी कोशिकाओं को अधिक ऑक्सीजन भी मिलती है, जिसकी वजह से कोशिकाओं में ऊर्जा आती है और नयी कोशिकाएं बनने लगती है। प्रतिदिन सुबह की तजि हवा में योग करने से फेफड़ों में ताजा ऑक्सीजनयुक्त हवा पहुंचती है। अगर आपके पैरों, दिल या गुर्दे की समस्याओं से सूजन है। योग हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिकाओं के स्तर को भी बढ़ाता है, जो ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाते हैं। और यह प्लेटलेट्स को कम चिपचिपा बनाकर और रक्त में थक्के को बढ़ावा देने वाले प्रोटीन के स्तर को कम करके रक्त को पतला करता है। इससे दिल के दौरे और स्ट्रोक में कमी आती है। इससे दिल के दौरे के खतरा कम होता है।
बच्चो में मानसिक कमजोरी के कुछ कारण होते है जैसे आनुवंशिकी, बचपन का आघात, तनावपूर्ण घटनाएं, नकारात्मक विचार, हानिकारक आदते, नशीली दवाएँ और शराब। प्रतिदिन योग इन सभी करने से होने वाली समस्याओ को दूर करता है क्योकि योग करने से दीमक को भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है और हमारा दीमक अच्छे से काम करता है। योग अपने आप में एक नशा है इसी वजह से योग करने से धीरे धीरे नशे की की आदत को छोड़ने में भी मदद मिलती है।
योग करने ऐसी से कोई विशेष हानि नहीं है परन्तु शुरुआत में शरीर में दर्द होना, हाथ पैर का अकड़ना, और जिन लोगो को उच्च रक्त चाप (high blood pressure) की समस्या है उन लोगो में रक्त चाप की बढ़ना देखा जाता है लेकिन ये कोई खास समस्या नहीं है यदि आप धीरे धीरे योग करते है शुरुआत में ऐसे व्यायाम करे जिसमे ज्यादा तनाव न हो। समाये के साथ अपने व्यायाम के समय और व्यायाम के तरीको को बढ़ाये।
कोरोना वायरस के समय में ही हमें योग का असली लाभ पता चला है। कोरोना वायरस हमारे शरीर में जाकर हमारे फेफड़ो को नुकसान पहुंचाता है। जिन लोगो की रोग प्रतिरोधक शक्ति (immunity) कम होती है उन्ही लोगो को कोरोना का खतरा ज्यादा होता है। ये तो आप लोगो ने उप्पेर पढ़ा ही है की प्रतिदिन योगाभ्यास किस तरह हमारे शरीर के अलग-अलग आतंरिक अंगो को मजबूत बनता है। इसी लिए कोरोना काल में लोगो में योग करने का प्रचलन ज्यादा हो गया यह एक प्रकार से अच्छा भी है क्योकि इससे हम एक स्वस्थ और समृद्ध समाज का निर्माण कर पाएंगे।
योग करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है लेकिन प्रतिदिन योग करना एक बहुत मुश्किल बात है हर कोई प्रतिदिन योग नहीं कर पता। लेकिन जिन लोगो को प्रतिदिन योगाभ्यास करने की आदत लग जाती है वे लोग इससे छोड़ भी नहीं पाते यदि हम अपने बच्चो को बचपन में ही योग करने की आदत डाल दे तो हमारी आने वाली पीढ़ी स्वस्थ और ऊर्जा से भरपूर होगी। एक समस्या ये भी है की सभी माता पिता को योग का ज्ञान नहीं है और योगाभ्यास यदि सही तरीके से किया जाये तभी इसका लाभ है तो यदि योग शैझिक पाठ्यक्रम में शामिल होगा तो बच्चो को सिखने को मिलेगा और वे लोग योगाभ्यास सही तरीके से कर पाएंगे।