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Jai Bhole

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Ganesh Chaturthi date 2022 Pujan Vidhi | Ganesh Chaturthi Pujan Vidhi

गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त, गणेश चतुर्थी के दिन कैसे करे श्री गणेश का पूजन, गणेश चतुर्थी पूजन से परिवार में आएगी सम्पन्नता

Ganesh Chaturthi Pujan Vidhi

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गणेश चतुर्थी कब है (Ganesh Chaturthi 2022 date)

साल २०२१ में गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2022) शुक्रवार, 10 सितंबर 2022 के दिन है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार मध्याह्न काल गणेश पूजा के उचित समय माना गया है। इस दौरान श्री गणेश की पूजा-अर्चना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और कष्टों का निवारण होता है। गणेश चतुर्थी का शुभ मुहुर्त मध्याह्र काल 11:03 AM से 11:33 PM तक है।

गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त, Ganesh Chaturthi 2022 Muhurat

भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 30 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 34 मिनट पर होगा, भाद्र शुक्ल चतुर्थी तिथि की समाप्ति 31 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 23 मिनट पर होगी

  1. शुक्ल योग :- 31 अगस्त सुबह 12 बजकर 04 मिनट से रात 10 बजकर 47 मिनट तक
  2. ब्रह्म योग: - 31 अगस्त को रात 10 बजकर 47 मिनट से 1 सितंबर रात 09 बजकर 11 मिनट तक।
  3. राहुकाल: - दोपहर 12 बजकर 27 मिनट से 2 बजे तक।
  4. मध्याह्न गणेश पूजा समय:- 31 अगस्त सुबह 11 बजकर 21 से दोपहर 1 बजकर 42 मिनट तक
  5. चंद्र दर्शन से बचने का समय:- 31 अगस्त सुबह 9 बजकर 29 मिनट से रात 9 बजकर 21 मिनट तकय़

गणेश चतुर्थी के दिन कैसे करे श्री गणेश का पूजन( Ganesh Chaturthi Pujan Vidhi)

श्री गणेश जी को प्रथम पूज्य कहा जाता है। श्री गणेश चतुर्थी का पर्व भारत देश मे ही नही अपितु विदेशों में भी धूमधाम से मनाया जाता है। श्री गणेश जी की कृपा मात्र से आपकी हर मनोकामना पूर्ण होती है आप हर क्षेत्र में तरक्की की ओर अग्रसर होते है । यह पर्व पूरे 10 दिनों तक मनाया जाता है । श्री गणेश जी की 10 दिनों तक विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है।

  1. आप चाहे तो बाजार से खरीदकर या स्वयं घर पर ही श्री गणेश जी की प्रतिमा बनाकर स्थापित कर सकते है। अगर आपके घर मे पूर्वजों के समय से ही प्रतिमा विराजित है तो भी उत्तम है।
  2. श्री गणेश जी महाराज , विघ्नहर्ता की स्थापना से पहले स्नान करने के बाद नए या साफ धुले हुए वस्त्र पहन लेवे।
  3. इसके पश्चात आप अपने मस्तक पर तिलक लगाएं और पूर्व दिशा की ओर मुख कर आसन पर बैठ जाये। आसन पीला या लाल होना चाहिए।
  4. श्री गणेश जी महाराज जी की प्रतिमा को किसी लकड़ी के पाटे या गेहूँ, मूंग, ज्वार के उपर लाल वस्त्र बिछाकर स्थापित करे।
  5. गणपति की प्रतिमा के दाएं - बाएं , रिद्धि - सिद्धि के प्रतीक के स्वरूप एक - एक सुपारी रखे।

सम्पूर्ण पूजन विधि ( Ganesh Chaturthi Pujan Vidhi)

सर्वप्रथम दाहिने तरफ घी का दीपक जलाएं। इसके पश्चात पूजा का संकल्प लेवे। फिर श्री गणेश जी का ध्यान करने के बाद उनका आह्वान करे। इसके बाद श्री गणेश जी को स्नान कराएं. सबसे पहले जल से, फिर पंचामृत से ओर पुनः शुद्ध जल से स्नान कराएं। अब श्री गणेश जी को जनेऊ अर्पण करें। उसके बाद श्री गणेश जी को रुई से इत्र लगाए। फिर गणपति की प्रतिमा पर सिंदूर , चंदन , अक्षत , गुलाल चढाये। इसके पश्चात श्री गणेश जी को सबूत धनियां, साबुत मूंग, हल्दी की गांठे अर्पण करें। उसके पश्चात गुलाब एवँ पीले पुष्पों की माला अर्पित करे। ( पीले पुष्प जरूर चढाये) । भगवान श्री गणेश जी को कनेर के पुष्प अतिप्रिय है तो कनेर के पुष्प जरूर अर्पण करें। उसके पश्चात श्री गणेश जी महाराज, रिद्धि - सिद्धि के स्वामी के श्रीफल भेंट करे. श्री फल पर दक्षिणा जरूर अर्पण करें। फिर नैवेध चढ़ावे. नैवेध में मोदक, गुड़ , मिठाई एवँ पीले फल चढाये। (केला श्री गणेश जी को प्रिय है।) घी में डूबी हुई पांच बतिया बनाकर एवँ कपूर जलाकर भगवान की आरती करे । उसके पश्चात दोनों हाथों में पुष्प लेकर भगवान श्री गणेश जी के चरणों मे पुष्पांजलि अर्पित करे। इसके पश्चात भगवान श्री गणेश जी से किसी भी भूल- चुक के लिए माफी मांगे । पूजा के अंत मे साष्टांग प्रणाम करें।

बच्चे / विधार्थी करे गणेश चतुर्थी पूजन:-

  1. पूजा के समय पीले वस्त्र पहने।
  2. पूजा के पश्चात अथर्वशीर्ष का पाठ करे।
  3. श्री गणेश जी के रोली का तिलक लगाने के पश्चात स्वयं रोली का तिलक लगाएं नित्य 10 दिन तक।
  4. श्री गणेश जी के नित्य गुड़ चढ़ाकर स्वयं गुड़ का प्रसाद ले।
  5. श्री गणेश जी के दूर्वा जरूर अर्पित करे।

वयस्क (पुरुष) करे गणेश चतुर्थी पूजन:-

  1. श्री गणेश चालीसा का पाठ करे।
  2. विघ्ननाशक गणपति स्त्रोत् का पाठ करे।
  3. ॐ गं गणपतये नमः का 10 दिन तक रोज पाँच मा-ला करे।

महिलाएं करे गणेश चतुर्थी पूजन:-

  1. श्री गणेश नामाष्टक स्त्रोत का पाठ करे।
  2. संतान प्राप्ति के लिए संतान प्राप्ति गणपति स्त्रोत का पाठ नित्य 10 दिन तक करे।
  3. श्री गणेश जी को कनेर के पुष्प अर्पण करें।
  4. शमी के पते अर्पण करे।

गणेश चतुर्थी पूजन से परिवार में आएगी सम्पन्नता:-

श्री गणेश चतुर्थी के दिन भगवान श्री गणेश जी की पूजा के बाद उन्हें गुड़ पर घी डालकर उन्हें अर्पित करे एवँ यह गुड़ गाय माता को खिला दे इससे आपके परिवार में नई खुशियों का संचार होगा एवँ सम्पूर्ण रूप से परिवार संपन्न एवँ स्वस्थ रहेगा।

गणेश चतुर्थी पर क्या नहीं करना चाहिए

गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा नही देखना चाहिए। चन्द्रमा देखने से लगता है चंद्रदोष। जानिए चंद्र दोष निवारण के उपाए।

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