आप निम्न उपायों से पता लगा सकते है कि आप पर कोनसी शक्ति की कृपा है,कौन सी ईश्वरीय शक्ति मदद कर रही है आपकी...
कौनसी दैवीय शक्ति है आपके साथ :-
हर व्यक्ति जो पूजा पाठ कर रहा है उसके मन मे यह बात जरूर होती है कि में जो पूजा पाठ , पार्थना कर रहा हूं उसका असर हो रहा है या नही । आप निम्न उपायों से पता लगा सकते है कि आप पर कोनसी शक्ति की कृपा है।
1. सर्वप्रथम आप शुद्ध जल + गंगा जल+ हल्दी+ कुमकुम ( रोली) + साबुत चावल + 1 रुपये का सिक्का एक लौठे मे लेवे। अब जब आप रात को सोने जाए तो सोने से पहले आप लौठे को अपने सामने रखे एवँ शक्ति का आह्वान करे।
( स्वयं का नाम + पिता का नाम + गोत्र ) फिर बोले कि मेरे साथ जो कोई भी अच्छी शक्ति चल रही है वह आज मुझे स्वप्न में दर्शन दे ताकि में आपकी सेवा कर सकूं आपकी पूजा कर सकूं। आपकी शरण मे आ सकू। फिर लौठे को सिरहाने पर रख कर सो जाएं ।
निश्चित रूप से आपको उस शक्ति के दर्श होंगे जो आपके साथ है। ध्यान रहे प्रत्येक कार्य पूरी आस्था के साथ हो।
2. सर्वप्रथम धूपबत्ती + घी का दीपक + प्रसाद + 11 या 21 रुपये लेकर मंदिर जाए। हो सके तो ऐसा मंदिर चुने जहाँ लगभग सभी देवी देवता हो एवँ उनकी पूजा अर्चना नित्य होती हो। मंदिर पर जाकर आप किसी शांत एवँ स्वच्छ जगह पर आसन लगा कर बैठ जाये । फिर शक्ति का आह्वान करे ।
( स्वयं का नाम + पिता का नाम + गोत्र) फिर बोले जो भी शक्ति मेरे साथ चल रही है । वह मुझे दर्शन दे । में रोज आपकी सेवा करना चाहता हूं। आपकी पूजा करना चाहता हूं। फिर आप 10 से 15 मिनट तक एक दम मौन होकर बैठे रहे। आप देखेंगे कि आपके आज्ञा चक्र पर एक आकृति बनेगी वो जिस भी देवी / देवता की आकृति है उन्ही की आप पर असीम कृपा है। फिर आप जो घी का दीपक , प्रसाद , धूपबत्ती, 11 या 21 रुपये लाये है उसी मंदिर में जहां उनकी मूर्ति है उस पर जाकर अर्पण कर देवे एवँ हाथ जोड़कर उनकी पूजा करे।
नोट :- आगर आपको न तो किसी शक्ति के स्वप्न में दर्शन हो न ही आपके आज्ञा चक्र पर कोई आकृति के दर्शन हो , आंख बंद करने पर सिर्फ काला दिखाई देवे या सफेद दिखाई दे या कोई प्रकाश पुंज दिखाई दे या कोई अलग कलर दिखाई दे, ओर आप नित्य पूजा पाठ कर रहे है । आप परेशान न हो आपको आत्मचिंतन की जरूरत है ह्रदय से भगवान को याद कीजिये।
अगर आप भगवान को माता , पिता मान लोगे तो वो निश्चित ही आपको बेटा मान लेंगे और आपके जीवन मे कोई समस्या नही आने देंगे । आप कोई भी नई वस्तु लाते है तो उनको सर्वप्रथम दिखाए जेसे अपने पिता और माता को दिखाते है निश्चित ही उनकी कृपा आप पर बनेगी