जानिए कैसे ज्योतिषीय उपाय और टोटके से सरकारी नौकरी पाने में सफलता मिल सकती है। हमारे विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गए सरल और अचूक उपायों का अनुसरण कर कुंडली के ग्रहों की स्थिति मजबूत करें, सूर्य और शनि देव को प्रसन्न करें, और मनचाही सरकारी नोकरी में प्रमोशन पाएँ। सरकारी नौकरी के लिए विशेष मंत्र और टोटकों के साथ करें अपने करियर में उन्नति।
वैदिक ज्योतिष में "नौकरी" पाने के कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं। कुंडली का छठा, दसवां, और तीसरा भाव मजबूत होना अनिवार्य होता है। तीसरा भाव परिश्रम और एफर्ट का, छठा भाव संघर्ष की शक्ति का, और दशम भाव कर्म का भाव होता है। इन भावों की स्थिति सुदृढ़ होने से "सरकारी नौकरी" पाने में सहूलियत होती है।
कुंडली में शनि ग्रह "नौकरी" और सेवा क्षेत्र का कारक ग्रह है, जो कर्म फल दाता है। कुंडली में दशम भाव में शनि की स्थिति अनुकूल होनी चाहिए, क्योंकि पाप ग्रहों का प्रभाव या दशम भाव का पीड़ित होना "सरकारी नौकरी" मिलने में बाधा बन सकता है। यदि पंचम भाव का संबंध दशम से हो, तो व्यक्ति अपनी शिक्षा के अनुसार कार्य करता है।
ग्रहों की स्थिति हमारे जीवन की दिशा तय करती है। कुंडली में दशम भाव "नौकरी सरकारी नौकरी" के कार्य क्षेत्र को दर्शाता है, जो उपलब्धि, प्रतिष्ठा, रैंक, और महत्वाकांक्षा को प्रभावित करता है। मकर राशि, दशम भाव की राशि है, और इसका स्वामी शनि ग्रह है। इसे मजबूत बनाने के लिए शनि और अन्य उपस्थित ग्रहों को सशक्त करना आवश्यक है।
सूर्य देव व्यक्ति को "सरकारी नौकरी" से जोड़ते हैं। जिनकी कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है, उन्हें सरकारी सम्मान और उच्च पद मिलता है। सूर्य को मजबूत करने के लिए रविवार को अर्घ्य देना, संबंधित मंत्रों का जाप, और सूर्य से संबंधित वस्तुओं का दान करना चाहिए। इससे सरकारी क्षेत्र में सफलता की संभावना बढ़ती है।
मंगलवार को हनुमान जी का व्रत रखने से "सरकारी नोकरी" के योग प्रबल होते हैं, विशेषकर उन लोगों के लिए जो सेना में जाना चाहते हैं। श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें और बजरंगबली के मंदिर में 40 दिन तक नंगे पैर जाएं।
"सरकारी नौकरी" में सफलता पाने के लिए शनिदेव की पूजा करें। शनि चालीसा का पाठ और पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। इससे प्रमोशन की बाधाएं भी दूर होती हैं।
नित्य भगवान श्री हरि विष्णु चालीसा का पठन करने के पश्चात मस्तक एवँ नाभि पर केसर का तिलक लगाना चाहिए जिससे कुंडली मे ब्रहस्पति ग्रह मजबूत होता है। ब्रहस्पति ग्रह ज्ञान, विवेक , का प्रतीक है। जो भी व्यक्ति शिक्षा के क्षेत्र से किसी न किसी प्रकार से जुड़ा है उन्हें निश्चित रूप से कार्य नित्य करना चाहिए उन्हें शत प्रतिशत सफलता मिलेगी। कार्यक्षेत्र में साथ करने वाले कार्मिकों का साथ मिलेगा। भगवान विष्णु के चंदन का इत्र एवँ केसर का तिलक एवँ घी का दीपक लगावे,केले एवँ पीली मिठाई का भोग लगाकर ब्रहस्पति स्त्रोत्र का नित्य पाठ करे। प्रतियोगी परीक्षाओं में भी बड़े पद जैसे आरएस, आईएस ,आईपीएस, सरकारी नौकरी में उच्च पदाधिकारी बनना चाहते है तो यह उपाय एकदम कारगर है।
जहां नौकरी करते हैं वहां के स्थान देवता या गणेश जी की पूजा कर उन्हें गुलाब, धूप, और मिठाई अर्पित करें। इससे नौकरी में स्थिरता और सफलता बनी रहती है।
ऑफिस में कार्य करते समय अपना मुख पूर्व दिशा में रखें। इस दिशा से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है जिससे मानसिक शांति और कार्य में सुधार होता है।
गणेश जी की आराधना करने से नौकरी में सभी बाधाएं दूर होती हैं। नित्य गुड़ का भोग लगाकर, अथर्वशीर्ष का पाठ करें, और नौकरी पर जाने से पहले गुड़ खाएं। यह उपाय आपकी नौकरी और प्रमोशन में लाभकारी होता है।
अगर आप नोकरी में मनचाही जगह पर स्थानांतरण चाहते हैं, तो तकिए के नीचे अनंतमूल की जड़ रखकर सोएं।
कुंडली में सूर्य देव बॉस के कारक होते हैं। नियमित रूप से आदित्य ह्रदय स्त्रोत और सूर्य चालीसा का पाठ करने से बॉस प्रसन्न रहते हैं और नौकरी में प्रमोशन प्राप्त होता है।