श्री कृष्णा भजन - जरा इतना बता दे कान्हा भजन तेरा रंग काला क्यूं तू काला होकर भी जग से निराला क्यूं
जरा इतना बतादे कान्हा , तेरा रंग काला क्यूं
तू काला होकर भी , जग से निराला क्यूं ।टेर ।।
मैंने काली रात को जनम लिया ,
और काली गाय का दूध पिया।
मेरी कमली भी काली है ,
इसलिए काला हूँ ।
सखी रोज ही घर में बुलाती है ,
और माखन मुझे खिलाती है ।
( लेकिन ) सखियों का दिल काला ,
इसलिए काला हूँ।
मैंने काली नाग पर नाच किया
और काली नाग को नाथ लिया।
( सखि ) नागों का रंग काला ,
इसलिए काला हूँ ।
सावन में बिजली कड़कती है ,
बादल भी बहुत बरसते हैं ।
बादल का रंग काला ,
इसलिए काला हूँ ।
सखि नैनों में कजरा लगाती है
और नैनों में मुझे बिठाती है ।
कजरे का रंग काला ,
इसलिए काला हूँ ।