नौकरी पाने के लिए ज्योतिषीय उपाय, सूर्य देव प्रसन्न तो बॉस प्रसन्न, मनचाही जगह पर स्थानांतरण,केसर तिलक, चंदन के इत्र से प्रतियोगी परीक्षाओं में लाभ
वैदिक ज्योतिष में नौकरी पाने के लिए कुछ बातों पर खास जोर दिया गया है, जिनमें नौकरी के लिए कुंडली का छठा भाव, दसवां भाव और तीसरा भाव मजबूत होना जरूरी होता है। कुंडली का तीसरा भाव हमारी परिश्रम करने और एफर्ट करने की स्थिति को बताता है तो छठा भाव हमें संघर्ष करने की शक्ति प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त दशम भाव हमारे कर्म का भाव होता है इसलिए इन तीनों भावों की स्थिति और मजबूती अत्यंत आवश्यक होती है, अन्यथा नौकरी पाने में समस्या होती है।
इसके अतिरिक्त कुंडली में शनि सेवा क्षेत्र अर्थात नौकरी का प्रमुख कारक ग्रह है। यह कर्म फल दाता भी है। यही वजह है कि कुंडली में शनि की स्थिति अनुकूल होना बहुत आवश्यक होता है। यदि कुंडली के तीसरे, छठे और दसवें भाव के स्वामी पीड़ित अवस्था में हैं अथवा कुंडली के दशम भाव में पाप ग्रहों का अत्यंत प्रभाव है और दशम भाव तथा दशम भाव का स्वामी पीड़ित है तो नौकरी मिलने में और नौकरी मिलने के बाद नौकरी चलने में बहुत समस्याएं होती हैं। यदि अष्टम भाव का संबंध दशम भाव से हो तो ऐसे में व्यक्ति को अपनी योग्यता के अनुसार काम नहीं मिल पाता। यदि पंचम भाव का संबंध दशम भाव से हो तो व्यक्ति अपनी शिक्षा से संबंधित नौकरी करता है अन्यथा उसे शिक्षा के अलावा अन्य क्षेत्रों में नौकरी करनी पड़ सकती है।
हमारी कुंडली में ग्रहों की स्थिति हमारे भाग्य की दिशा तय करती है। ग्रहों की चाल के कारण ही हमारे जीवन में सकारात्मक के साथ-साथ नकारात्मक परिस्थितियाँ आती हैं। कुंडली में दसवाँ भाव हमारे कार्य क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसी कारण यह कर्म भाव भी कहलाता है। कुंडली में यह भाव व्यक्ति की उपलब्धि, ख़्याति, शक्ति, प्रतिष्ठा, रुतबा, मान-सम्मान, रैंक, विश्वसनीयता, आचरण, महत्वाकांक्षा आदि को दर्शाता है। यह भाव करियर अथवा उसके व्यवसाय को बताता है। काल पुरुष कुंडली के अनुसार दशम भाव की राशि मकर होती है और मकर राशि का स्वामी शनि है। दशम भाव को मजबूत करने के लिए आवश्यक है कि शनि ग्रह तथा जो भी ग्रह इस भाव में उपस्थित हो उसे मजबूत किया जाए।
सूर्य देव व्यक्ति को सरकार से जोड़ने का कार्य करते है , जिन व्यक्तियों की कुंडली मे सूर्य मजबूत होता है वह व्यक्ति सरकारी नौकरी में उच्च पद तक जाता है या सरकार द्वारा सम्मानित होता है सरकार से सम्बंधित कार्य मे भी वह प्रगति ही करता है। ज्योतिष विज्ञान के अनुसार यदि किसी जातक की कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत स्थिति में हो तो उस व्यक्ति को सरकारी सेवा में उच्च पद प्राप्त होता है। व्यक्ति प्रशासनिक सेवा में जाता है। सूर्य की मजबूती के लिए ज्योतिष में कई उपाय बताए गए हैं। चूंकि रविवार का दिन सूर्य ग्रह को समर्पित है। इसलिए रविवार के दिन सूर्य ग्रह की पूजा करनी चाहिए। इस दिन सूर्य को जल का अर्घ्य देना चाहिए तथा सूर्य से संबंधित मंत्रों का जाप करना चाहिए। सूर्य से संबंधित वस्तुओं का दान करने से कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है। इसके अलावा माणिक्य रत्न, एक मुखी रुद्राक्ष एवं बेल मूल को धारण करने से भी कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है।
नौकरी पाने के लिए मंगलवार के दिन हनुमान जी का व्रत रखना चाहिए। विशेषकर जो जातक सेना में जाना चाहते हैं तो उन्हें मंगलवार का व्रत ज़रुर रखना चाहिए। इसके साथ ही घर में हनुमान जी की हवा में उड़ती हुई तस्वीर लगाएं। इसके साथ ही मंगलवार के दिन श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें। किसी भी माह के मंगलवार से शुरू करते हुए 40 दिनों तक रोजाना नंगे पैर बजरंगबली के मंदिर में जाएं और उन्हें लाल गुलाब अर्पित करें।
शनिदेव की आराधना करने से सरकारी नौकरी के प्रबल योग बनते है नित्य शनि चालीसा का पाठ करने एवं पीपल के पेड़ के नीचे शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाकर, सरसो के तेल का दीपक लगाने से सरकारी नौकरी शीघ्र लगती है। आप जिस भी क्षेत्र में कार्य करते है उस क्षेत्र में आपसे नीचे कार्य करने वाले कार्मिको का क्षेत्र शनि देव के अंतर्गत आता है। अतः उनसे अच्छा व्यवहार रखें। समय - समय पर उनका उत्साह बढ़ाते रहना चाहिए। जिससे आपके कार्यक्षेत्र में आपका यश बढ़ता रहता है एवँ शनिदेव प्रसन्न रहते है। आपका प्रमोशन अगर रुक रहा हो तो शनि देव उसकी बाधा को दूर करते है।
नित्य भगवान श्री हरि विष्णु चालीसा का पठन करने के पश्चात मस्तक एवँ नाभि पर केसर का तिलक लगाना चाहिए जिससे कुंडली मे ब्रहस्पति ग्रह मजबूत होता है। ब्रहस्पति ग्रह ज्ञान, विवेक , का प्रतीक है। जो भी व्यक्ति शिक्षा के क्षेत्र से किसी न किसी प्रकार से जुड़ा है उन्हें निश्चित रूप से कार्य नित्य करना चाहिए उन्हें शत प्रतिशत सफलता मिलेगी। कार्यक्षेत्र में साथ करने वाले कार्मिकों का साथ मिलेगा। भगवान विष्णु के चंदन का इत्र एवँ केसर का तिलक एवँ घी का दीपक लगावे,केले एवँ पीली मिठाई का भोग लगाकर ब्रहस्पति स्त्रोत्र का नित्य पाठ करे। प्रतियोगी परीक्षाओं में भी बड़े पद जैसे आरएस, आईएस ,आईपीएस, सरकारी नौकरी में उच्च पदाधिकारी बनना चाहते है तो यह उपाय एकदम कारगर है।
हर व्यक्ति के जीवन मे नौकरी अत्यधिक अहमियत होती है। हर व्यक्ति एक अच्छी एवँ इज्जतदार नौकरी करना चाहता है, परन्तु कभी कभी लंबे समय से नौकरी में पदोन्नति और वेतन वृद्धि के लिए अत्यधिक मेहनत करने के बाद भी उसे निराश होना पड़ता है। लेकिन ग्रहो, नक्षत्रों को प्रसन्न कर निरंतर आप प्रगति की ओर अग्रसर हो सकते है।
जिस भी दिन से आप जिस कार्यालय में नौकरी ज्वाइन करते है, उस जगह के स्थान देवता/ गणेश जी को नित्य नमन करे एवँ उनके समय समय पर गुलाब की माला, धूपबती, केसर, मिठाई का भोग लगाकर पूरे ऑफिस के कार्मिकों को वह प्रसाद दे। जिससे आपके ऊपर वहां पर मौजूद स्थान देवता/ प्रथम पूज्य ,विघ्नहर्ता गणेश जी महाराज की कृपा बनी रहेगी एवँ आपकी नौकरी में किसी प्रकार की समस्या नही आएगी।
ऑफिस में कार्य करते समय आपकी टेबल , कम्प्यूटर , लेपटॉप इस प्रकार हो कि आपका मुख पूर्व की तरफ होना चाहिए। पूर्व दिशा की तरफ से एक प्रकार की सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है जिससे आदमी का दिमाग शांत रहता है । दिमाग शांत रहने से व्यक्ति के कार्य मे सुधार होता है एवँ उनसे उनके बॉस प्रसन्न होते है।
प्रथम पूज्य श्री गणेश जी के अथर्वशीर्ष का नित्य पाठ करे। भगवान श्री गणेश जी की कृपा से नौकरी में आ रहे सारे विघ्न समाप्त हो जाते है । उन्हें नित्य गुड़ का भोग लगावे एवँ उस गुड़ को स्वयं खाकर ही नौकरी पर जावे जिससे कार्यस्थल में आपका मान - सम्मान बना रहेगा। आपके उच्च अधिकारी/ बॉस आपसे प्रसन्न रहेंगे। समय समय और प्रमोशन मिलते रहेंगे।
अगर आप मनचाही जगह पर आपका स्थानांतरण चाहते है एवँ अपने बॉस से अपनी अच्छी बॉन्डिंग रखना चाहते है तो आप रात को सोते समय तकिये के नीचे अनंतमूल की जड़ को रखकर सोवे। शत प्रतिशत आपको लाभ मिलेगा।
व्यक्ति की कुंडली मे बॉस के कारक सूर्य देव होते है अतः सूर्य देव के आदित्य ह्रदय स्त्रोत्र , सूर्य चालीसा का पाठ नित्य करने से बॉस प्रसन्न रहते है एवँ भगवान सूर्य की कृपा से आप नौकरी में उच्च पद को प्राप्त करते है। नोकरी में प्रमोशन के लिए आप सूर्य देव की आराधना करें नौकरी में प्रमोशन शत प्रतिशत मिलेगा।